

देहरादून-
उत्तराखंड में दीपावली के 11 दिन बाद बूढ़ी दीपावली जिसे इगास भी कहा जाता है को बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। अब अपने इस पारंपरिक त्योहार को मनाने के लिए एक मुहिम भी शुरू हो गई है। साथ ही पहली बार इस इगास के मौके पर सरकार ने राजकीय अवकाश भी घोषित किया है।
वैसे तो पहाड़ी क्षेत्रों में बूढ़ी दिवाली दीपावली की तरह धूमधाम से मनाई जाती रही है। लेकिन कुछ सालों से भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने इस त्योहार के मौके पर एक मुहिम शुरू की है। उन्होंने पलायन से इसे जोड़ते हुए बूढ़ी दीपावली अपने गांव में मनाने की मुहिम शुरू की है। हर साल की तरह वह अपने गांव पहुंचेंगे और वहां इस त्यौहार को मनाएंगे। साथ ही उन्होंने सभी से इस त्यौहार को अपने गांव में मनाने की अपील की है। इस बार इगास 14 नवंबर को है जिसको लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल दिख रहा है। भले ही इस दिन रविवार है लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर राजकीय अवकाश घोषित किया है। सीएम ने गढ़वाली में ट्वीट कर संदेश दिया उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति कु प्रतीक लोक पर्व इगास पर अब छुट्टी राली। हमारू उद्देश्य च कि हम सब्बि ये त्योहार तै बड़ा धूम धाम से मनावा, अर हमारी नई पीढ़ी भी हमारा पारंपरिक त्योहारों से जोणी रौं।