

देहरादून (ब्यूरो) उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन जहाँ एक ओर आज सदन में लेखानुदान पारित किया जाएगा वहीं, दूसरी ओर विपक्ष सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही धरने पर बैठ गया है। हालांकि यह कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी ही कहेंगे कि अभी तक भी कांग्रेस यह तय नहीं कर पाई कि नेता प्रतिपक्ष कौन होगा। नेता प्रतिपक्ष का चुनाव न हो पाने के कारण कार्यमंत्रणा समिति में विपक्ष का एक भी प्रतिनिधि भाग नहीं ले पाया।
विधान सभा के पहले सत्र में विपक्ष के हंगामेदार तेवर तो दिख रहे हैं, लेकिन बिना नेता प्रतिपक्ष के एकजुटता का अभाव साफ दिख रहा है। पहले दिन भी पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी और हरिद्वार ग्रामीण विधायक ने बढ़ते गैस, डीजल-पेट्रोल के दामों को लेकर चिन्ता जताई है। इसके साथ ही अनुपमा रावत समेत अन्य कांग्रेस विधायक सदन के बाहर काफी देर तक धरने पर बैठे।
बता दें कि आज सदन की शुरूआत पूर्व विधायक हरबंस कपूर और गोपाल ओझा को श्रद्धांजलि देकर हुई। इसके बाद सरकार की ओर से दो अध्यादेश भी विधेयक के रूप में पेश किए जाएंगे। वहीं, देखा जाए तो उत्तराखंड की विधानसभा में ऐसा पहली बार हुआ जब कांग्रेस सदन में बिना नेता प्रतिपक्ष के है। विधायक मंडल दल की बैठक में कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष तय नहीं कर पाई। वहीं, दूसरे दिन के सत्र की शुरूआत हो चुकी है। सरकार जहां आज सदन में अगले चार माह का लेखानुदान पास करेगी वहीं विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ते पेट्रोल-डीजल और गैस को दामों को लेकर प्रदर्शन कर रही है।