

देहरादून (ब्यूरो)
देहरादून में एक नाबालिग ने उस प्रेमी की हत्या कर दी जिसके साथ उसने चार सालों तक जीने- मरने की कसमें खाईं थी। इस अपराध में किशोरी का साथ दिया उसके वर्तमान प्रेमी ने, जो कि उसके पूर्व प्रेमी के पड़ोस में रहता था। इन दोनों ने मिलकर इसलिए हत्या कर दी कि मृतक इनकी बातें इधर- उधर प्रचारित करने लगा था। यह मामला तब सामने आया जब नाबालिग ने इस घटना की जानकारी अपनी बड़ी बहन को दी और बड़ी बहन ने डर के मारे इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
पूरा मामला यह है कि करनपुर निवासी नरेंद्र उर्फ बंटी और नाबालिग के बीच लगभग चार साल से प्रेम संबंध था। दोनों फेसबुक में एक- दूसरे के दोस्त भी थे। ये जानकारी नरेंद्र की गली में रहने वाले आकाश को पता चली। आकाश महाराणा प्रताप चौक में पंचर बनाने वाली दुकान चलाता था। आकाश ने पहले फेसबुक में नाबालिग से दोस्ती की, फिर वे मिलने- जुलने और फिर दोनों के बीच में प्यार की पाठशाला शुरू हो गई। आकाश से दोस्ती के बाद नाबालिग ने नरेंद्र से किनारे कर दिया। कुछ दिन बाद यह जानाकारी नरेंद्र को भी पता चल गई। फिर नरेंद्र उन दोनों के बारें बातें प्रचारित करने लगा। दोनों ने उसे समझाया लेकिन वह नहीं माना। फिर दोनों ने नरेंद्र को अपने रास्ते से हटाने की ठानी। 16 मार्च को नाबालिग ने मैसेंजर ऐप से कॉल कर नरेंद्र को शाम के समय अपने घर बुलाया। नाबालिग की बड़ी बहन की उस दिन नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर थी। नरेंद्र शाम को नाबालिग के घर पहुंच गया। वहां आकाश भी छिपा था। नरेंद्र ने शराब पी रखी थी इसलिए वह जल्दी सो गया। उसके बाद आकाश और उसने मिलकर नरेंद्र का गला घोंट दिया। फिर दोनों रातभर शव के साथ रहे और सुबह उन्होंने शव को एक बोरे में रख कर फिर उसे कंबल से लपेट कर तपोवन रोड में आमवाला ननूरखेड़ा के पास वाले जंगल में ले गये और वहां उसे दफना दिया। फिर दोनों हरिद्वार चले गये और वहां एक रात रहने के बाद आसाम चले गये।
इस हत्या का खुलासा नहीं होता अगर नाबालिग इस घटना की जानकारी अपनी बहन को न देती। दरअसल आसाम में रूपयों की कमी होने के बाद नाबालिग और आकाश दोनों वापस लौट आये। इससे पहले नाबालिग की बहन ने अपनी छोटी बहन की गुमशुदगी की रिपोर्ट 17 मार्च को रायपुर थाने में दर्ज करवाई थी। पुलिस को भी जानाकारी मिली थी की नाबालिग किसी आकाश नाम के युवक के साथ कहीं चली गई है। जब नाबालिग अपने घर आई तो उसने इस पूरी घटना के बारे में जानकारी अपनी बड़ी बहन को दी। जिसके बाद डर के कारण उसकी बहन ने मयूर बिहार चौकी पहुंचकर सारा मामला बता दिया। फिर पुलिस ने नाबालिग से जानकारी जुटाई और पुलिस को जानकारी मिली की नरेंद्र नाम के युवक की गुमशुदगी 16 मार्च की डालनवाला थाने में भी दर्ज है। फिर पुलिस ने आरोपी आकाश को भी गिरफ्तार कर दिया और दोनों की निशानदेही पर शव को भी बरामद कर दिया।