श्रीनगर गढ़वाल- हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिता-2023-24 का उद्घाटन, गुरूवार 21 मार्च को प्रदेश के केबिनेट मन्त्री सुबोध उनियाल और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा को में नमन करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का इतिहास संघर्षों से भरा है और यहां के लोग पहाड़ की तरह मजबूत होते है जिनसे सबको प्रेरणा लेनी चाहिए और सकारात्मकता, रचनात्मकता के साथ अपने लक्ष्यों व उद्देश्य की प्राप्ति करनी चाहिए। वहीं उन्होंने छात्रों से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन आगे बढ़ने के लिए हमेशा बड़े सपने देखने की जरूत है।
वहीं कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि विद्यार्थियों का समन्वय और सहयोग हर कार्य के लिए जरूरी है और विश्वविद्यालय एक परिवार की तरह मिलकर हर दिशा में तरक्की कर रहा है। आज विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भारत सरकार के युवा संगम जैसे अलग-अलग कार्यक्रमों का भागीदार बन रहा है जिससे छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक स्तर पर ही नहीं बल्कि पूरे व्यक्तित्व का विकास हो रहा है।
वहीं गढ़वाल विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उनके शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि विश्वविद्यालय सांस्कृतिक और शैक्षणिक रूप से छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने का मौका दे रहा है। ये प्रतियोगिताएं निश्चित रूप से प्रतिभाओं के लिए मंच प्रदान करती है। इस अवसर पर हाल ही में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हुए डॉ संजय पांडे और डॉ लता तिवारी पांडे को मंच पर सम्मानित किया गया
वहीं इस दौरान विवि के मुख्य नियंता प्रो. बीपी नैथानी, कार्यक्रम संयोजक प्रो.आर एस पांडेय, प्रो सीमा धवन, डॉ घनश्याम ठाकुर, डॉ ममता आर्य, डॉ कपिल पंवार, डॉ अनुजा रावत, डॉ किरण वर्मा, डॉ अनूप सेमवाल, डॉ गांधी चौहान, डॉ चन्द्रशेखर जोशी, प्रमिला कुँवर, डॉ आलोक नेगी, डॉ जगमोहन बिष्ट, समेत संकाय अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, अधिष्ठाता छात्र कल्याण के समस्त सदस्य, नियंता मंडल के समस्त सदस्य तथा समस्त शिक्षक एवं छात्र संघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल, महासचिव आँचल राणा,उपाध्यक्ष रूपेश नेगी, विवि के समस्त छात्र-छात्राएं व कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
सांस्कृतिक झांकी में लोकसंस्कृति रही आकर्षण का केन्द्र
पहले दिन आयोजित हुई अलग-अलग 14 प्रतियोगिताएं।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिता-2023-24 समारोह में गढ़वाल विद्यालय के बिड़ला, एस.आर.टी. परिसर टिहरी, बी.जी.आर. परिसर पौड़ी समेत संबद्ध महाविद्यालय डी0ए0वी0 देहरादून और डी0वी0एस0 देहरादून के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन से पूर्व विभिन्न संस्थानों से भाग ले रहे प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक झांकी की प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक झांकी श्रीनगर के रामलीला मैदान से मुख्य बाजार होते हुए बिड़ला परिसर के मुख्य प्रांगण तक निकली जिसे अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो महावीर सिंह नेगी और रंगकर्मी प्रो डी.आर.पुरोहित ने हरी झंडी दी। संास्कृतिक झांकियों में पहला स्थान बी.जी.आर. परिसर पौड़ी ने, दूसरा स्थान एस.आर.टी. परिसर टिहरी ने तथा तृतीय स्थान डी.बी.एस. कॉलेज देहरादून ने प्राप्त किया। वहीं पहले दिन के कार्यक्रमों में सुगम संगीत, शास्त्रीय गायन, समूहगान एवं लोकगीत, शास्त्रीय नृत्य, कव्वाली, वाद-विवाद, काव्यपाठ, प्रश्नोत्तरी, माईम, मिमिक्री, पाश्चात्य गायन, पोस्टर, पेटिंग, कार्टून, रंगोली प्रतियोगिताएं सम्मपन्न हुई। जिसमे सुगंम संगीत में बिड़ला परिसर की साक्षी डोभाल प्रथम स्थान तथा एस.आर.टी परिसर की अपर्णा ने द्वितीय, डी.वी.एस. के शुभम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में शिवानी, बिड़ला परिसर, कनिका डी.बी.एस. कॉलेज, पलक बी.जी.आर. परिसर ने क्रमशः प्रथम,द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में एसआरटी परिसर के नितिन सिंह और अमन सकलानी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि डीवीएस कॉलेज ने द्वितीय तथा बिड़ला परिसर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्टून प्रतियोगिता में हिमाशुं, बिड़ला परिसर ने प्रथम, आइसा, बीजीआर परिसर ने द्वितीय तथा शिवानी डीवीएस कॉलेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में 19 मार्च से बिड़ला परिसर पर सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियागिताएं चल रही है जिसके तहत दो दिन तक अंतर संकाय प्रतियोगिताएं आयोजित हुई और 21 और 22 मार्च को अंतर महाविद्यालय प्रयोगिताएं समपन्न करवाई जाएगी। अन्तिम दिन के कार्यक्रमों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत उतराखंड के प्रसिद्ध युवा गायक सौरभ मैठाणी अपनी प्रस्तुति देगें।