

पाकिस्तान प्रधानमंत्री कार्यालय ने 26 अक्टूबर को लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का नया प्रमुख बनाए जाने की जानकारी दी है। नदीम अंजुम को चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ कमर जावेद बाजवा का करीबी बताया जाता है, लेकिन वह इमरान खान की पसंद नहीं है।
ISI प्रमुख की नियुक्ति को लेकर पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच 20 दिनों से रार ठना हुआ था और अंततः इस रार में सेना द्वारा चुने गए अधिकारी पर पीएम ऑफिस ने अपनी मुहर लगा दी है। बता दें कि सेना ने 6 अक्टूबर को घोषणा की थी कि लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख होंगे। लेकिन अब तक पीएम ऑफिस ने नियुक्ति को लेकर आधिकारिक सूचना जारी नहीं की थी। इस लेकर इमरान सरकार और सेना के बीच तनाव की रिपोर्ट्स आई थी।
मामला गर्माने के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी 12 अक्टूबर को मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा है कि ISI प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार पीएम के पास है और इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि नए चीफ की नियुक्ति में कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा, जिसके लिए जनरल बाजवा और पीएम इमरान खान दोनों सहमत हैं। 19 अक्टूबर को फवाद चौधरी फिर से मीडिया के सामने आए और कहा कि ISI चीफ की नियुक्ति को लेकर सभी मसलों को सुलझा लिया गया है और जल्द ही नए प्रमुख की नियुक्ति की घोषणा की जाएगी।