

देहरादून- देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उत्तराखंड में पांचवे धाम के रूप में स्थापित हो रहे सैन्य थाम का शिलान्यास किया। रक्षा मंत्री ने शहीदों के घरों से आई मिट्टी पर भी पुष्प अर्पित किये। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल पहले पांचवे धाम की बात कही थी, राज्य सरकार ने उसे आगे बढ़ाने का काम किया है।
आज सैन्य धाम की भूमि पूजन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ ने उत्तराखंड के 204 शहीदों के परिजनों सम्मानित किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने उत्तराखंड को वीरों और शौर्य- पराक्रम की भूमि कहा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की वीरता के किस्से देश में हर कहीं सुनाई देते हैं। सैन्य धाम को लेकर उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार का धन्यवाद देते हैं जिन्होंने इस काम को आगे बढ़ाने का काम किया और उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द इस सैन्य धाम का कार्य पूरा कर दिया जायेगा। इस मौके पर सीडीएस बिपिन रावत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत भी इस वीरभूमि के ही थे, उनके जाने से देश को बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि 1734 शाहिद परिवारों के आंगन मिट्टी लाकर ये धाम बनेगा। सैन्यधाम के मुख्य द्वार का नाम सीडीएस स्व. जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने साफ कहा कि नेपाल व तिब्बत से संबंधित कुछ ताकतें हैं। जो रिश्ते खराब करना चाहते हैं। हमे सिर झुकाकर रहना पड़े तो ऐसा भी करेंगे। नेपाल हमारा अभिन्न मित्र है । इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र सरकार ने सैनिकों के सम्म्मान बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने का कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत का उत्तराखंड से गहरा लगाव था, उन्होंने प्रदेश के लिए कई सपने देखे थे जिसे अब राज्य सरकार पूरा करेगी। इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद रहे।