
फर्जी दस्तावेजों से जमीनों की खरीद-फरोख्त के मामले में कोटद्वार पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रभारी निरीक्षक मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि गत 15 अगस्त को अमित जोशी ने कोतवाली कोटद्वार में मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में उनके जीजा पूर्व पीसीएस अफसर स्वर्गीय बद्री विशाल निवासी कालाबड़ के नाम पर ग्राम दुर्गापुरी मोटाढाक स्थित भूमि धोखे से बेच दी गई। आरोप हैकि अनामिका मैठाणी, कुसुम उर्फ कौशर और निधि बिंजोला ने आपराधिक षड्यंत्र कर किरण देवी निवासी कोटद्वार को 23 लाख में जमीन बेच दी।
एक अन्य मामले में सुनीता देवी पत्नी विकेश सिंह नेगी निवासी दुर्गापुर से जमीन के फर्जी दस्तावेज के जरिए 13 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। मामले में कुसुम उर्फ कौशर पत्नी मकबुल अहमद, भूपेन्द्र पुत्र गोपीचंद्र और गजेन्द्र चौधरी की भूमिका सामने आई।
जिन्हें पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। ये लोग फर्जी दस्तावेज के सहारे नकली भूस्वामी को खड़ाकर जमीन बेचते थे। अनामिका मैठाणी और निधि बिंजोला ने षड्यंत्र के तहत गजेन्द्र सिंह को फर्जी बद्री विशाल बनाकर फर्जी दस्तावेज बनाए। बद्री विशाल के नाम पर दुर्गापुरी मोटाढाक की भूमि को किरण देवी को बेची।
अनामिका ने सगी बहन सुमन मैठाणी के नाम पर भी भूमि की रजिस्ट्री की। रजिस्ट्री में भूपेंद्र ने गवाही दी। रजिस्ट्री एक महिला वकील ने कराई। भूपेंद्र वकील का सहायक था। कौशर पति मकबूल अहमद के साथ प्रॉपर्टी का काम करती है।